भोपाल । मप्र के पूर्व मुख्य सचिव गोपाल रेड्डी पर गिरफ्तारी की तलवार लटक गई है प्रवर्तन निर्देशालय ने काले धन के हेरफेर में गोपाल रेड्डी के घर पहुंचकर पूछताछ की थी 20 जनवरी को ईडी ने रेड्डी सहित 3 लोगों को पूछताछ के लिए बुलाया था
गोपाल रेड्डी कोरोना संक्रमित होने के कारण ईडी कार्यालय नहीं पहुंचे जबकि मेंटाना समूह के चेयरमैन श्री निवास राजू और भोपाल के ठेकेदार आदित्य त्रिपाठी ईडी कार्यालय पहुंचे थे जहां दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया चर्चा है कि गोपाल रेड्डी भी यदि ईडी कार्यालय पहुंचते तो
उन्हें भी गिरफ्तार किया जा सकता था अटकलें लगाई जा रही हैं कि कोरोना से ठीक होने के बाद ईडी उन्हें गिरफ्तार कर सकती है यदि ऐसा हुआ तो मप्र के इतिहास में पहली बार कोई मुख्य सचिव पद पर रहे अधिकारी की गिरफ्तारी होगी