रमेश चौहान कि रिपोर्ट कालीदेवीसे- कालीदेवी मे शुक्रवार को भगोरिया पर्व का उत्सव चरम सीमा पर दिखाई दिया भगोरिया मेले में काफी भीड़ थी मेला फोरलेन से करीब 1 किलोमीटर दूर दशहरा मैदान तक लगा था फोरलेन से लगाकर मेला स्थल तक पूरा रोड खचाखच भरा हुआ था मेला देखने लगभग 100 गांव से लोग आए थे यह पर्व आदिवासी का प्रतीक माना जाता है इसलिए पर्व का एक अलग ही उत्साह देखने को यहां मिला यहां शारीरिक दूरी का पालन नहीं हुआ कुछ लोग ने ही मास्क पहन रखा था कोरोना का भाई ग्रामीण क्षेत्रों से कोसों दूर था 500 से अधिक दुकानें एवं 50 से अधिक झूले एवं चकरी स्थान पर लगे हुए थी खाद्य सामग्री कुल्फी मिठाई की से कुल दुकानें सजी हुई थी ड्रेस कोड के साथ ही रंग-बिरंगे कपड़ों में युवक युवतियां नजर आए भाजपा कार्यकर्ताओं ने ढोल मांदल की थाप पर नाचते में थिरकते नजर आए इस दौरान किशन सिंह भूरिया राघु सिंह भूरिया बापू सिंह भूरिया मदन भुरा काली देवी सरपंच लाल सिंह गामड़ करण अमलियार करण वसुनिया हेमराज भूरिया मुन्ना परमार वीर सिंह भूरिया आदि मौजूद थे सुरक्षा की दृष्टि से थाना प्रभारी कालीदेवी नरेंद्र सिंह राठौड़ दल बल के साथ मेला स्थल परभ्रमणकर निगरानी रख रहे थे 41 जवानों की ड्यूटी मेला स्थल पर लगाई गई ग्रामीण युवक युवतियों में आए बदलाव पहले युवक युवतियां ग्रामीण परिधान में नजर आते थे लेकिन अब उसके जगह जींस टीशर्ट सलवार सूट कुर्ती ने ले ली है ढोल मांदल भी कम बजाते दिखाई दे हैं